रोशनी का त्योहार दिवाली भारत में सबसे ज्यादा मनाए जाने वाले और प्रतीक्षित त्योहारों में से एक है। यह आनंद, उत्सव और पूजा का समय है। देश भर में लोग अपने घरों को रंग-बिरंगी रंगोलियों से सजाते हैं, उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं और प्रियजनों के साथ मिठाइयाँ बाँटते हैं। हालाँकि, सभी उल्लास के बीच, त्योहार के महत्व और इसके विभिन्न अनुष्ठानों को याद रखना महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम मुहूर्त ट्रेडिंग, लक्ष्मी पूजा, धनतेरस मुहूर्त और बहुत कुछ के महत्व का पता लगाएंगे।
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दीपावली का त्योहार हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार कार्तिक माह के अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस दिन धन की देवी लक्ष्मी और बुद्धि के देवता गणेश की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
दीपावली 2023 के दिन लक्ष्मी पूजन के लिए दो शुभ मुहूर्त हैं।
पहला मुहूर्त प्रदोष काल में है। प्रदोष काल 12 नवंबर 2023 को शाम 5:28 बजे से रात 8:07 बजे तक रहेगा। इसमें वृषभ काल (स्थिर लग्न) 5:39 बजे से 7:33 बजे तक रहेगा। इस अवधि में पूजा करना उत्तम होगा।
दूसरा मुहूर्त निशीथ काल में है। निशीथ काल 12 नवंबर 2023 को रात 11:39 बजे से देर रात 12:32 बजे तक रहेगा।
लक्ष्मी पूजन की विधि निम्नलिखित है:
लक्ष्मी पूजन में निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:
लक्ष्मी पूजन के मंत्र निम्नलिखित हैं:
ॐ गं गणपतये नमः
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नमः
जय माता दी, जय माता दी
जय माता दी, जय माता दी
हे जगदम्बे, जगदम्बे,
तू ही भवानी, तू ही दुर्गा
तू ही काली, तू ही महाकाली
तू ही लक्ष्मी, तू ही सरस्वती
तू ही पार्वती, तू ही त्रिपुर सुंदरी
तू ही शीतला, तू ही अन्नपूर्णा
तू ही बगलामुखी, तू ही षोडशी
तू ही कात्यायनी, तू ही त्रिपुर भैरवी
तू ही महालक्ष्मी, तू ही सिद्धिदात्री
जय माता दी, जय माता दी
जय माता दी, जय माता दी
मुहूर्त ट्रेडिंग:
मुहूर्त ट्रेडिंग दिवाली का एक महत्वपूर्ण पहलू है, खासकर व्यापारियों और निवेशकों के लिए। ऐसा माना जाता है कि दिवाली का दिन नए उद्यम शुरू करने के लिए शुभ होता है और मुहूर्त ट्रेडिंग को नए व्यापारिक सौदे या निवेश शुरू करने का एक सुनहरा अवसर माना जाता है। मुहूर्त ट्रेडिंग का समय हर साल अलग-अलग होता है, लेकिन आमतौर पर दिवाली की शाम को पड़ता है। इस वर्ष, मुहूर्त ट्रेडिंग 26 अक्टूबर, 2023 को 17:49 से 20:58 IST तक होगी।
लक्ष्मी पूजा:
लक्ष्मी पूजा दिवाली उत्सव का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दिन भगवान विष्णु की पत्नी देवी लक्ष्मी की धन और समृद्धि की देवी के रूप में पूजा की जाती है। लोग उनके आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करते हैं और अपने जीवन में सौभाग्य और सफलता की कामना करते हैं। लक्ष्मी पूजा दिवाली की शाम को, आमतौर पर सूर्यास्त के बाद की जाती है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी लक्ष्मी का जन्म समुद्र मंथन के दौरान हुआ था, यही वजह है कि उन्हें ‘समुदायिका’ भी कहा जाता है।
धनतेरस मुहूर्त:
धनतेरस दिवाली से एक दिन पहले होता है और यह पांच दिवसीय दिवाली त्योहार की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन लोग नए बर्तन, उपकरण और अन्य सामान खरीदते हैं, क्योंकि धनतेरस पर नई चीजें घर लाना शुभ होता है। ‘धनतेरस’ शब्द दो शब्दों से बना है – ‘धन’ का अर्थ है धन और ‘तेरस’ का अर्थ है तेरहवां। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, धनतेरस आश्विन माह के कृष्ण पक्ष के तेरहवें दिन पड़ता है। इस वर्ष धनतेरस मुहूर्त 25 अक्टूबर 2023 को 14:37 से 17:48 IST तक मनाया जाएगा।
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त 2023:
दिवाली पर लक्ष्मी पूजा करने के लिए लक्ष्मी पूजा मुहूर्त सबसे शुभ समय है। इस वर्ष, लक्ष्मी पूजा मुहूर्त 12 November 2023 को 19:15 से 20:58 IST तक मनाया जाएगा। इस दौरान, भक्त देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं और समृद्धि और खुशहाली के लिए उनसे आशीर्वाद मांगते हैं।
दीया पूजन:
लक्ष्मी पूजा के साथ-साथ दीया पूजन भी दिवाली उत्सव का एक अनिवार्य हिस्सा है। दीये छोटे मिट्टी के दीपक होते हैं जिन्हें तेल से भरकर अंधेरे पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। लोग आकाश को रोशन करने के लिए अपने घरों, बगीचों और यहां तक कि छतों पर भी दीये जलाते हैं। दीया पूजन दिवाली की रात में किया जाता है, आमतौर पर लक्ष्मी पूजा के बाद।
रंगोली डिज़ाइन:
रंगोली डिज़ाइन दिवाली सहित किसी भी भारतीय त्योहार का एक अभिन्न अंग हैं। रंगीन पाउडर, चावल के आटे या फूलों से बने ये जटिल पैटर्न हर घर में सुंदरता और आकर्षण जोड़ते हैं। रंगोली के डिज़ाइन क्षेत्र और संस्कृति के अनुसार अलग-अलग होते हैं, लेकिन वे सुख, शांति और समृद्धि का प्रतीक हैं। लोग मेहमानों और देवी लक्ष्मी के स्वागत के लिए अपने घरों के बाहर सुंदर रंगोली डिज़ाइन बनाते हैं।
दिवाली के लिए विशेष रंगोली डिज़ाइन:
इस साल, दिवाली के लिए थीम वाली रंगोली डिज़ाइन बनाकर कुछ अनोखा आज़माएं। आप पौराणिक कहानियों, देवी-देवताओं या यहां तक कि पर्यावरण जागरूकता जैसे समसामयिक विषयों से प्रेरणा ले सकते हैं। अपनी रंगोली को अलग दिखाने के लिए प्राकृतिक रंगों, ज्यामितीय आकृतियों और रचनात्मक पैटर्न का उपयोग करें। भारतीय संस्कृति के सार को बनाए रखने के लिए कमल, हंस और मोर जैसे पारंपरिक रूपांकनों को शामिल करना न भूलें।
दीपावली की शुभकामनाएं
दीपावली के पावन पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। इस दिन आप सभी के घरों में सुख-समृद्धि और शांति का वास हो।